Priya Prakash Varrier Malayalam Actress History


प्रिया प्रकाश वॉरियर एक ऐसा नाम है, जिसने कुछ दिनों पहले अपनी दिलकश अदाओं से पुरे देश में सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया था। दोस्तों आज शायद ही कोई ऐसा सख्श होगा जो इनके बारे में न जानता हो। आप लोगों को बता दें की वैलेंटाइन-डे से ही प्रिया प्रकाश वॉरियर इंटरनेट की सबसे बड़ी सेलिब्रिटी बनी हुई हैं और आय दिन इनके चाहने वाले बढ़ते ही जा रहे हैं। लेकिन प्रिया प्रकाश ने पहली बार बोल्ड फोटोशूट करवाया है और उनकी ये तस्वीरें एक बार फिर से सोशल मीडिया पर तहलका मचाए हुए हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक प्रिया प्रकाश वॉरियर ने पहली बार बोल्ड फोटोशूट करवाया है और ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा खूब पसंद और शेयर की जा रही हैं। बता दें की इन तस्वीरों में प्रिया प्रकाश वॉरियर काफी ज्यादा खूबसूरत और आकर्षक दिखाई दे रही हैं, जैसा की आप लोग स्वयं देख सकते हैं।
आप लोगों को जानकर हैरानी होगी की प्रिया प्रकाश वॉरियर की इन बोल्ड तस्वीरों को अभी तक गूगल पर लगभग 52 करोड़ 14 लाख लोगों द्वारा देखा जा चुका है और वहीं अगर सोशल मीडिया की बात की जाए तो वहां पर 44 करोड़ 6 लाख लोग देख चुके हैं।

खबरों के मुताबिक, वीडियो वायरल होते ही प्रिया के पास बहुत से ऑफर्स आने लगे थे. ‘सिम्बा’ को को-प्रोड्यूस कर रहे करण जौहर भी चाहते थे कि फिल्म में प्रिया को लिया जाए. प्रिया इससे पहले रणवीर के साथ काम करने की इच्छा जता चुकी हैं.
वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से लिखा- फिल्म में हीरोइन का रोल बड़ा नहीं है, लेकिन प्रिया आंख मारके ही रातों-रात बहुत पॉपुलर हो गई हैं. बॉलीवुड को उनमें दिलचस्पी है.
‘सिम्बा’ को रोहित शेट्टी डायरेक्ट कर रहे हैं. फिल्म में रणवीर पुलिस के रोल में हैं. फिल्म इस साल 21 दिसंबर को रिलीज होगी.
देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को अपनी आंखों के इशारों पर नचाने वाली मलयालम अभिनेत्री प्रिया प्रकाश एक बार फिर सुर्खियों में हैं. एक बार फिर प्रिया प्रकाश इंटरनेट पर धूम मचा रही हैं. आंखों से मस्ती के अलावा प्रिया प्रकाश को गाने का भी खासा शौक है. हाल ही में प्रिया का एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें वो गाती हुईं नजर आ रही हैं. हाल ही में प्रिया प्रकाश एक मलयालम रियालिटी शो में हिस्सा लेने पहुंची और उन्होंने अपने सिंगिग स्किल्स से सबको चौंका कर रख दिया.
इससे पहले भी प्रिया प्रकाश का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था जिसमें वो हिंदी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल का गाना 'चन्ना मेरया ' गाती हुईं नजर आ रही थी. आपको याद होगा प्रिया प्रकाश वारियर की आइब्रो मटकाने के बाद आंख मारने की उनकी दिलफरेब अदा और शरारत भरी मुस्कान पर सारा देश फिदा हो गया था.

 प्रिया प्रकाश वारियर 
इस 18 साल की लड़की का नाम प्रिया प्रकाश वारियर है जो को केरल की रहने वाली है। ये एक अपकमिंग एक्ट्रेस है

जिन्होंने अपना पहला फ़िल्म मलयालम में बनाया है जिसका नाम औरु अदार लव है। उसी फ़िल्म का गाना मनिका मलाइका पूरी का ये एक छोटा सा वीडियो क्लिप है जिसमे इस लड़की की बहुत सी क्यूट अदा है

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और उसी वजह से ये वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। पिछले 24 घंटे में ये वीडियो क्लिप सबसे ज्यादा वायरल हुआ है।
यह गाना लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस लड़की का निक नाम priyu है। 18 वर्षिय इस लड़की का घर punkunnam है जो कि केरल में है। इन्होंने 2017 में b. कॉम. फर्स्ट ईयर में admisson लिया है। इसके पिता का नाम प्रकाश वारियर है।

इस लड़की की अनुमानित संपत्ति 34 लाख से 42 लाख के बीच है।
उनकी इन शानदार तस्वीरों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वह कितनी खूबसूरत है. आपको जानकर हैरानी होगी कि वह केवल 18 साल की है. उनका बर्थ ईयर 1999 है.
प्रिया प्रकाश एक नाम जो इन दिनों सोशल मीडिया पर सबसे ज़्यादा देखने को मिलता है।हालही में प्रिय प्रकाश का एक वीडियो इतना वायरल हुआ है कि प्रिया प्रकाश ने लोकप्रियता हासिल करने के कई रिकार्ड्स तोड़ दिए है।

यही नहीं प्रिया प्रकाश,इंस्टाग्राम पर एक दिन में सबसे ज़्यादा फॉलोवर्स हासिल करने वाली पहली भारतीय बन गई है।साथ ही विश्व भर में तीसरे स्थान पर आ गई है।

इस फोटोशूट में प्रिया प्रकाश,साड़ी में रैंप पर चलती हुई नजर आ रही है।इसमें प्रिया प्रकाश बेहद खूबसूरत लग रही है।

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक लड़की की खूब चर्चा हो रही हैं। उसका कारण है कि लड़की आंखों के इशारे से बात कर रही हैं। करीब 25 सैकंड के वीडियो में दिखने वाली लड़की मलयालम एक्ट्रैस प्रिया प्रकाश वारियर है।

प्रिया के फेशल एक्सप्रेशन और आंखों का इशारा सोशल मीडिया में इस कदर वायरल हुआ कि वो रातोंरात ही नेशनल क्रश और सेलेब्रिटी बन गईं। वैसे वीडियो में इतनी खूबसूरत दिखने वाली प्रिया को रियल में या बिन मेकअप कैसी दिखती है आइए देखिए।

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बता दें कि इंस्टाग्राम पर उनके 3 मिलियन (30 लाख) से भी ज्यादा फॉलोअर्स हो चुके हैं। उनकी फिल्म 'ओरू अदार लव' के गाने 'मनिक्या मलरया पूवी' के 25 सेकंड की यह क्लिप 9 फरवरी को इंटरनेट पर वायरल हो गई।

उनकी इस क्लिप को महज 24 घंटे में ही 1 मिलियन (10 लाख) से ज्यादा व्यू और 50 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल गए थे। एक नजर अन्य साउथ एक्ट्रैस पर जिन्होंने अपनी अदाओं से दीवाना बनाया है।

जी हाँ प्रिया प्रकाश की शक्ल दिशा पटानी से काफी मिलती जुलती है | अगर आप गौर करेंगे तो यह बात आप लोगों को समझ आ जाएँगी | वैसे गौर नहीं करेंगे तो भी समझ आ जाएगी | क्योंकि दोनों में बहुत समानताये हैं |

दोनों के नैन नक्श तो एक दुसरे से काफी मिलत- जुलते हैं | दिशा का चेहरा काफी मिलता जुलता है |अगर आप देखेंगे तो पाएंगे की दोनों की स्माइल भी लगभग एक जैसी है |दोनों की आँखें भी एक जैसी | जैसा हेयरस्टाइल दिशा का है | वैसा ही कुछ इनका भी है |

पद्मावती की कहानी (ऐतिहासिक)

पद्मिनी ने अपना जीवन अपने पिता गंधर्वसेन और माता चम्पावती के के साथ सिंहाला में व्यतीत किया था। पद्मिनी के पास एक बोलने वाला तोता “हीरामणि” भी था। उनके पिता ने पद्मावती के विवाह के लिये स्वयंवर भी आयोजित किया था जिसमे आस-पास के सभी हिन्दू-राजपूत राजाओ को आमंत्रित किया गया था। एक छोटे से राज्य के राजा मलखान सिंह भी उनसे विवाह करने के लिये पधारे थे।
चित्तोड़ के राजा रावल रतन सिंह रानी नागमती के होते हुए भी स्वयंवर में आये थे। और उन्होंने मलखान सिंह को पराजित कर पद्मिनी से विवाह भी कर लिया था। क्योकि राजा रावल रतन सिंह स्वयंवर के विजेता थे। स्वयंवर के बाद वे अपनी सुंदर रानी पद्मिनी के साथ चित्तोड़ लौट आये थे।
12 वी और 13 वी शताब्दी में दिल्ली सल्तनत के आक्रमणकारीयो की ताकत धीरे-धीरे बढ़ रही थी। इसके चलते सुल्तान ने दोबारा मेवाड़ पर आक्रमण कर दिया था। इसके बाद अलाउद्दीन खिलजी ने सुंदर रानी पद्मावती को पाने के इरादे से चित्तोड़ पर भी आक्रमण कर दिया था।
उन दिनों चित्तोड़ राजपूत राजा रावल रतन सिंह के शासन में था, जो एक बहादुर और साहसी योद्धा भी थे। एक प्रिय पति होने के साथ ही वे एक बेहतर शासक भी थे, इसके साथ ही रावल सिंह को कला में भी काफी रूचि थी। उनके दरबार में काफी बुद्धिमान लोग थे, उनमे से एक संगीतकार राघव चेतन भी था।
ज्यादातर लोगो को इस बात की जानकारी आज भी नही है की राघव चेतन एक जादूगर भी थे। वे अपनी इस कला का उपयोग शत्रुओ को चकमा या अचंभित करने के लिये आपातकालीन समय में ही करते थे।
लेकिन राघव सिंह के कारनामे सभी के सामने आने के बाद राजा बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने उसे अपने राज्य से निकाले जाने का भी आदेश दिया था। और उनके चेहरे को काला कर उन्हें गधे पर बिठाकर राज्य में घुमाने का आदेश भी दिया था। इस घटना के बाद वे राजा के सबसे कट्टर दुश्मनों में शामिल हो गए थे।
इसके बाद राघव चेतन ने दिल्ली की तरफ जाने की ठानी और वहाँ जाकर वे दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी

को चित्तोड़ पर आक्रमण करने के लिये मनाने की कोशिश करते रहते।
दिल्ली आने के बाद राघव चेतन दिल्ली के पास ही वाले जंगल में रहने लगे थे, जहाँ सुल्तान अक्सर शिकार करने के लिये आया करते थे। एक दिन सुल्तान के शिकार की आवाज सुनते ही राघव ने अपनी बांसुरी बजाना शुरू कर दी। जब राघव चेतन की धुन सुल्तान की सेना और उन्हें सुनाई दी तो वे सभी आश्चर्यचकित हो गए थे की इस घने जंगल में कौन इतनी मधुर ध्वनि से बाँसुरी बजा रहा होगा।
सुल्तान ने अपने सैनिको को बाँसुरी बजाने वाले इंसान को ढूंडने का आदेश दिया और जब राघव चेतन स्वयं उनके सामने आये तब सुल्तान ने उनसे अपने साथ दिल्ली के दरबार में आने को कहा। तभी राघव चेतन ने सुल्तान से कहाँ की वह एक साधारण संगीतकार ही है और ऐसे ही और भी बहुत से गुण है उसमे। और जब राघव चेतन ने अलाउद्दीन को रानी पद्मावती की सुन्दरता के बारे में बताया तो अलाउद्दीन मन ही मन रानी पद्मावती को चाहने लगे थे।
इसके तुरंत बाद वे अपने राज्य में गये और अपनी सेना को चित्तोड़ पर आक्रमण करने का आदेश दिया, ताकि वे बेहद खुबसूरत रानी पद्मावती – Rani Padmini

को हासिल कर सके और अपने हरम में ला सके।
चित्तोड़ पहुचते ही अलाउद्दीन खिलजी के हाथ निराशा लगी क्योकि उन्होंने पाया की चित्तोड़ को चारो तरफ से सुरक्षित तरीके से सुरक्षा प्रदान की गयी है। लेकिन वे रानी पद्मावती की सुन्दरता को देखने का और ज्यादा इंतज़ार नही करना चाहते थे इसीलिए उन्होंने राजा रतन सिंह के लिये यह सन्देश भेजा की वे रानी पद्मावती को बहन मानते है और उनसे मिलना चाहते है।
इसे सुनने के बाद निराश रतन सिंह को साम्राज्य को तीव्र प्रकोप से बचाने का एक मौका दिखाई दिया।
रानी पद्मावती – Rani Padmini ने अलाउद्दीन को उनके प्रतिबिम्ब को आईने में देखने की मंजूरी दे दी थी।

अलाउद्दीन ने भी निर्णय लिया की वे रानी पद्मावती को किसी भी हाल में हासिल कर ही लेंगे। अपने कैंप ने वापिस आते समय अलाउद्दीन कुछ समय तक राजा रतन सिंह के साथ ही थे। सही मौका देखते ही अलाउद्दीन ने राजा रतन सिंह

को बंदी बना लिया और बदले में रानी पद्मावती को देने के लिये कहा।
सोनगरा के चौहान राजपूत जनरल गोरा और बादल ने सुल्तान को उन्ही के खेल में पराजित करने की ठानी और कहा की अगली सुबह उन्हें रानी पद्मावती दे दी जायेंगी। उसी दिन 150 पालकी (जिसे पूरी तरह से सजाकर, ढककर उस समय में चार इंसानों द्वारा एक स्थान से स्थान पर ले जाया जाता था। (उस समय इसका उपयोग शाही महिलाये एक स्थान से दुसरे स्थान पर जाने के लिए करती थी) मंगवाई और उन्हें किले से अलाउद्दीन के कैंप तक ले जाया गया और पालकीयो को वही रोका गया जहाँ राजा रतन सिंह को बंदी बनाकर रखा गया था।
जब राजा ने देखा की पालकियाँ चित्तोड़ से आयी है तो राजा को लगा की उसमे रानी भी आयी होगी और ऐसा सोचकर ही वे शर्मिंदा हो गये थे। लेकिन जब उन्होंने देखा की पालकी से बाहर रानी नही बल्कि उनकी महिला कामगार निकली है और सभी पालकियाँ सैनिको से भरी हुई है  वे पूरी तरह से अचंभित थे।
सैनिको ने पालकी से बाहर निकालकर तुरंत अलाउद्दीन के कैंप पर आक्रमण कर दिया और सफलता से राजा रतन सिंह को छुड़ा लिया। जिसमे दोनों राजपूत जनरल ने बलपूर्वक और साहस दिखाकर अलाउद्दीन की सेना का सामना किया था और रतन सिंह को उन्होंने सुरक्षित रूप से महल में पंहुचा दिया था। जहाँ रानी पद्मावती उनका इंतजार कर रही थी।
इस बात को सुनते ही सुल्तान आग-बबूला हो चूका था और उसने तुरंत चित्तोड़ पर आक्रमण करने का निर्णय लिया। सुल्तान की आर्मी ने चित्तोड़ की सुरक्षा दिवार को तोड़ने की बहुत कोशिश की लेकिन ऐसा करने में वे सफल नही हो सके। तभी अलाउद्दीन ने किले को चारो तरफ से घेरना शुरू कर दिया। ऐसा पाते ही राजा रतन सिंह ने सभी राजपूतो को आदेश दे दिया की सभी द्वार खोलकर अलाउद्दीन की सेना का सामना करे।
आदेश सुनते ही रानी पद्मावती ने देखा की उनकी सेना का सामना विशाल सेना से हो रहा है और तभी उन्होंने चित्तोड़ की सभी महिलाओ के साथ जौहर करने का निर्णय लिया, उनके अनुसार दुश्मनों के हाथ लगने से बेहतर जौहर करना ही था।
जौहर एक इसी प्रक्रिया है जिनमे शाही महिलाये अपने दुश्मन के साथ रहने की बजाये स्वयं को एक विशाल अग्निकुंड में न्योछावर कर देती है।
इस तरह खुद का जौहर कर उन्होंने आत्महत्या कर दी थी। जिसमे एक विशाल अग्निकुंड में चित्तोड़ की सभी महिलाये ख़ुशी से कूद गयी थी। यह खबर पाते ही चित्तोड़ के सैनिको ने पाया की अब उनके पास जीने का कोई मकसद नही है और तभी उन्होंने सका करने का निर्णय लिया। जिसमे सभी सैनिक केसरी पोशाक और पगड़ी के पहनावे में सामने आये और उन्होंने अलाउद्दीन की सेना का मरते दम तक सामना करने का निर्णय लिया था। इस विनाशकारी विजय के बाद अलाउद्दीन की सेना केवल राख और जले हुए शरीर को देखने के लिये किले में आ सकी।
आज भी चित्तोड़ की महिलाओ के जौहर करने की बात को लोग गर्व से याद करते है। जिन्होंने दुश्मनों के साथ रहने की बजाये स्वयं को आग में न्योछावर करने की ठानी थी। राणी पद्मिनी – Rani Padmini के बलिदान को इतिहास में सुवर्ण अक्षरों से लिखा गया है।

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